● ◆ आइये जानते है, कुम्भ मेला क्या है ? कुम्भ मेला भारत का एक प्रमुख धार्मिक मेला है जो हर तीन साल में चार तीर्थस्थलों पर आयोजित होता है: प्रयागराज (इलाहाबाद), हरिद्वार, नाशिक, और उज्जैन। यह मेला हिन्दू धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है और इसमें लाखों लोग श्रद्धा और भक्ति के साथ भाग लेते हैं। कुंभ मेला में स्नान करने को लेकर यह मान्यता है जो लोगों को धार्मिक और आध्यात्मिक शुद्धि का अनुभव प्रदान करता है। कुम्भ का शाब्दिक अर्थ है कलश और यहाँ ‘कलश’ का सम्बन्ध अमृत कलश से है। यह मेला मकर संक्रान्ति के दिन प्रारम्भ होता है। कुम्भ मेला का इतिहास बहुत प्राचीन है और इसका उल्लेख वेदों, पुराणों, और अन्य प्राचीन धार्मिक पाठों में मिलता है। कुम्भ मेला का इतिहास सन्दर्भ के साथ अधिकांश तीर्थयात्राओं, संतों, और महात्माओं से जुड़ा है, जो इसे अद्वितीय धार्मिक महोत्सव बनाते हैं। इसे सम्राट हर्षवर्धन, अकबर, और अन्य शासकों ने भी प्रोत्साहित किया और इसे आध्यात्मिक और सामाजिक संगठन के रूप में स्थायी रूप से स्थापित किया। ●◆ कुंभ मेला क्यों आयोजित किया जाता है ? कुम्भ मेला का आयोजन धार्मिक, सामाजि